बैटरियों और संचयकों को खतरनाक अपशिष्ट माना जाता है। उनमें विभिन्न रसायन होते हैं जो उन्हें प्रतिक्रियाओं के माध्यम से काम करने की अनुमति देते हैं। इनमें से कुछ पदार्थ, जैसे निकल और कैडमियम, बहुत जहरीले होते हैं और लोगों और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
विशेष रूप से, वे पानी, मिट्टी को संक्रमित कर सकते हैं और वन्य जीवन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कैडमियम सूक्ष्मजीवों को नुकसान पहुंचा सकता है और कार्बनिक पदार्थों के अपघटन को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है। यह मछली में भी जमा हो सकता है, जो इसकी संख्या को कम करता है और इसे मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त बनाता है।
इसके अलावा, बैटरी में क्षारीय और एसिड घटक, भारी धातु (पारा, लिथियम, सीसा, जस्ता, कोबाल्ट) होते हैं।
कौन सी बैटरी अधिक खतरनाक हैं - डिस्पोजेबल या रिचार्जेबल?
घरेलू में, डिस्पोजेबल और रिचार्जेबल बैटरी दोनों का उपयोग किया जाता है।
बैटरियों का उपयोग मोबाइल उपकरणों, लैपटॉप, कंप्यूटर, डिजिटल वीडियो कैमरा, कैमरों में किया जाता है। इनमें निकल और कैडमियम, निकल हाइड्राइड और लिथियम के पर्यावरणीय खतरनाक यौगिक होते हैं।
डिस्पोजेबल बैटरी का उपयोग फ्लैशलाइट, खिलौने, स्मोक डिटेक्टर, वॉल क्लॉक, कैलकुलेटर, रेडियो और रिमोट कंट्रोल में किया जाता है। ये क्षारीय बैटरी हैं जिसमें एक रासायनिक प्रतिक्रिया एक इलेक्ट्रिक में बदल जाती है। इनमें जस्ता और मैंगनीज होते हैं। डिस्पोजेबल बैटरी बैटरी की तुलना में कम हानिकारक हैं, लेकिन उन्हें अधिक बार फेंक दिया जाता है, और उनसे कचरे की मात्रा अधिक होती है।