शतरंज का पेशेवर खेल हमेशा से ही विश्लेषणात्मक और रणनीतिक सोच वाले बुद्धिजीवियों का विशेषाधिकार रहा है। दुनिया में बड़ी संख्या में प्रतिभाशाली शतरंज खिलाड़ी हैं, हालांकि, आधिकारिक दर्जा प्राप्त करने वाले पहले विश्व चैंपियन ऑस्ट्रियाई शतरंज खिलाड़ी विल्हेम स्टीनिट्ज़ थे।
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विलियम स्टीनिट्ज की जीवनी
विल्हेम स्टीनिट्ज का जन्म 1836 में प्राग में हुआ था, जो एक गरीब यहूदी दर्जी के परिवार में पैदा हुए थे। वयस्कता तक पहुंचने के बाद, विल्हेम एक गणितज्ञ बनने का सपना लेकर वियना चला गया, लेकिन उसके पास वियना विश्वविद्यालय में शिक्षा के लिए पर्याप्त पैसा नहीं था और स्टीनिट्ज़ ने स्थानीय कैफे के नियमित के साथ शतरंज खेलकर अतिरिक्त धन अर्जित करना शुरू कर दिया।
उसकी असामान्य साइड जॉब की बदौलत, शतरंज टूर्नामेंट का भावी सितारा उसके खेल कौशल को शानदार स्तर तक ले जाने में सफल रहा।
पहली बार इंग्लैंड जाने के बाद 1859 से विल्हेम ने पेशेवर खेलों में भाग लेना शुरू किया। शतरंज टूर्नामेंट के अलावा, स्टीनिट्ज़ ने क्षेत्र में शतरंज पत्रकारिता का निर्माण किया, हालांकि, विश्व शतरंज "राक्षसों" में कई शानदार जीत ने उन्हें प्रसिद्धि और वास्तविक सफलता दिलाई। ब्लिट्जक्रेग्स जीतने के अलावा, विल्हेम ने शतरंज में कई अभिनव रणनीतियों और विचारों को पेश किया। विल्हेम स्टीनिट्ज़ के पास आठ वर्षों के लिए पहली विश्व शतरंज चैंपियन का खिताब था, लेकिन 1894 में उन्हें इमानुएल लास्कर ने हराया था।